वाराणसी, 15 सितम्बर। अस्सी स्थित क्युरिटीका फाउंडेशन एण्ड द आर्ट गैलरी, राणा जी मूवमेंट सभागार में सोमवार को गुजरात ललित कला अकादमी के चयनित दो छायाकारों डिम्पल पंचोली और घनश्याम कहार की एकल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शनी कलादीर्घा के दोनों खंडों ‘अ’ और ‘ब’ में सजी, जिसका शीर्षक “मेकन गोल्ड और मेरी दृष्टि” रखा गया। इसमें फोटोग्राफी और चित्रकला का अनूठा फ्यूजन प्रस्तुत किया गया है। प्रदर्शनी का शुभारंभ उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा, वरिष्ठ उद्योगपति व समाजसेवी श्यामकृष्ण अग्रवाल, प्रतिष्ठित छायाकार बिनय रावल एवं मनीष खत्री, कलाकार अजय उपासनी, गैलरी के संरक्षक शेरू सिंह राणा और कलाविद डॉ. शशिकांत नाग ने संयुक्त रूप से किया।इस अवसर पर कला सृष्टि के निर्देशक प्रेम नारायण सिंह, कला निर्देशिका संगीता घनश्याम, पद्मिनी मेहता, फोटोग्राफर सुबोध कुमार, फोटो जर्नलिस्ट मयूर भाई, कला प्रशंसक योगेश अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में कला विद्यार्थियों की उपस्थिति रही। प्रदर्शनी में डिम्पल पंचोली के छायाचित्रों ने स्वर्णिम आध्यात्मिक आभा को उकेरा, जो ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण दस्तावेज साबित होते हैं। वहीं घनश्याम कहार ने गुजराती परिवेश के त्योहारी कालखंड और दैनिक जीवन की झलकियों को अपने कैमरे में कैद कर प्रस्तुत किया।वरिष्ठ उद्योगपति श्यामकृष्ण अग्रवाल ने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए सभी छायाकारों को शुभकामनाएं दीं। अंत में धन्यवाद ज्ञापन गैलरी के संरक्षक राणा शेरू सिंह ने किया।