
थाना औराई के संयुक्त तत्वावधान में “साइबर अपराध विषयक” जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. रीना सिंह और क्षेत्राधिकारी प्रभात राय ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया। क्षेत्राधिकारी प्रभात राय ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल युग में इंटरनेट हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है, लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराध के खतरे भी तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने ऑनलाइन धोखाधड़ी, फिशिंग, हैकिंग और फर्जी कॉल्स घटनाओं के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि अपराधी बैंक, यू पी आई ऐप्स या सरकारी योजनाओं के नाम पर फर्जी लिंक भेजकर ओटीपी और पासवर्ड साझा करवा रहे हैं, जिससे लोगों के बैंक खाते खाली हो रहे हैं। श्री राय ने छात्राओं को किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करने, ओटीपी, पासवर्ड या बैंक डिटेल किसी से साझा न करने की हिदायत दी।
उन्होंने संदिग्ध कॉल या मैसेज मिलने पर तुरंत 1930 नंबर पर शिकायत करने को कहा। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. रीना सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में छात्राओं को जागरूक रहने और साइबर हाइजीन का पालन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसी क्रम में, समाधान दिवस पर एसडीएम बरखा सिंह ने बताया कि तीन लड़कियों ने तीन प्रार्थना पत्रों का निस्तारण किया। कक्षा 5 की छात्रा अर्चना को प्रतीकात्मक रूप से एसडीएम बनाया गया, जबकि रेनू को क्षेत्राधिकारी की जिम्मेदारी दी गई।
उप जिला अधिकारी औराई बरखा सिंह ने राजस्व विभाग और पुलिस विभाग को जल्द से जल्द निस्तारण कर आगे कार्रवाई करने का आदेश दिया। पूरे जागरूकता कार्यक्रम का संचालन मिशन शक्ति 5.0 की संयोजक मनीषा ने किया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. योगेन्द्र लाल वर्मा, कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी औराई प्रभात राय, थाना अध्यक्ष राम सरीख गौतम सहित अन्य पुलिसकर्मी, महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्राएं उपस्थित रहीं।