चंडीगढ़। प्रदेश में सड़क निर्माण कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अब बनने वाली हर सड़क की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कें केवल कागजों में नहीं बल्कि ज़मीनी स्तर पर टिकाऊ और सुविधाजनक हों, इसके लिए डीपीआर में ड्रेनेज प्लान और पानी निकासी की समुचित व्यवस्था शामिल होना अनिवार्य है।उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है कि बरसात के दौरान सड़कों पर जलभराव हो जाता है, जिससे न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि सड़कें भी जल्दी खराब हो जाती हैं। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए निर्माण से पहले ही पानी निकासी के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।मुख्यमंत्री ने उन परियोजनाओं पर भी चिंता जताई जिनके टेंडर पहले ही अलॉट हो चुके हैं, लेकिन कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि ऐसे सभी प्रोजेक्ट्स पर तुरंत कार्यवाही शुरू कराई जाए। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि सड़क निर्माण में किसी भी स्तर पर लापरवाही या गुणवत्ता से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।श्री सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि नागरिकों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों और सड़कें ऐसी बने जो लंबे समय तक टिकाऊ, सुरक्षित और आधुनिक यातायात की जरूरतों के अनुरूप हों। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा जताई कि वे समयबद्ध तरीके से कार्य कर जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे।