गोरखपुर। पिपराइच क्षेत्र में नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के बाद प्रदेश सरकार पूरी तरह एक्शन मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कानून-व्यवस्था पर शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सरकार ने साफ संदेश दिया है कि प्रदेश में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री के सख्त रुख के बाद पुलिस और एसटीएफ को प्रदेशभर में सक्रिय कर दिया गया है। पशु तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अपराध पर नियंत्रण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इसी कड़ी में गुरुवार को प्रशासनिक फेरबदल करते हुए बिहार से सटे कुशीनगर और देवरिया जिलों के पुलिस अधीक्षकों को उनके पद से हटा दिया गया। सूत्रों का कहना है कि यह कदम सीधे तौर पर पशु तस्करों पर अंकुश न लगा पाने से जोड़ा जा रहा है। सीमावर्ती जिलों में लंबे समय से सक्रिय तस्करी गिरोहों को पकड़ने में नाकामी को गंभीर लापरवाही मानते हुए सरकार ने यह कार्रवाई की है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार लगातार सख्त कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अमल होगा और किसी भी अधिकारी को अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने का मौका नहीं मिलेगा।प्रदेश में “ऑपरेशन क्लीन” अब तेज गति से आगे बढ़ रहा है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी जिलों में तैनात पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। सरकार का पूरा ध्यान अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और जनता को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने पर केंद्रित है।